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Zodiac Signs – Virgo/Kanya

राशी शृंखला - कन्या राशी / भाग 7 (with English Version)

Dear all, In this article i have posted English version as per demand.. and for every possible article i will try to provide in both the languages for our seekers.
राशी शृंखला - कन्या राशी / भाग 7

 

कन्या राशी पृथ्वी तत्व की स्त्री राशी है।
द्विस्वभाव् राशि।
राशी का स्वामि - बुध
बोध चिन्ह : नौका विहार करती हुइ कन्या एक हाथ् मे भूटटा और दुसरे हाथ् मे दीया लिये हुए ।
अक्षर - प ठः ण
ज्योतिष के प्रधान ग्रन्थ्, "सारावली' - मे राशियो का स्वरुप् स्पष्ट करते हुए काहा है -

कुम्भ कुम्भ्धरो नरोथक मिथुनं वीणा गदाभृन्नरो
मीनौ मीनयुगं धनुश्च सधनुः पश्चाच्छरीरो हयः।
एणासयो मकरः प्रदीप सहिता कन्या च नौ संस्थिता
शेषो राशिगणः स्वनाम् सदृशो धत्ते तुला भृत्तुलाम।।

ऊपर् प्रत्येक राशी का स्वरुप् स्पष्ट किया है, जिसमे राशी के बारे मे काहा है -

'प्रदीप सहिता कन्या च नौ संस्थिता' अर्थात हाथो मे दीप लेकर नौका पर बैठी हुइ कन्या के सदृश'।

कन्या लग्न या राशि प्रधान लोग सौन्दर्यवान्, प्रकृति पर प्रेम करने वाली व्यापारी वृत्ति के होते है। कन्या राशी के व्यक्ति जरुरत से ज्यादा चिकित्सक होते है। आप देखेंगे की कन्या राशी के व्यक्ति बडे ही संशयी और किसी भी बात का पेहले नकारात्मक विचार करते है। इन लोगो को दूसरो के दोष सहज ही दिख जाते है। छोटि छोटि बातो से घबराना, चिन्ता करने वाली ये व्यक्ति स्वतह् ही संकट ओढ लेते है इसी कारण ये किसी भी पल को दिल्खुलास होके जी ही नही पाते । इसी अस्थिरता के कारण इनके मस्तिष्क मे अलग विचार होते है और क्रति कुछ और हो जाती है। इनके मन का थान्ग लगाना असान नही।

कन्या राशि के व्यक्ति बहुत् ही बुद्धिवान होते है फिर भी ये अपनी ही किसी तन्द्रा मे मग्न रेह्ते है। आप लोगों ने कभी ध्यान दिया होगा की कन्या के जातको का सौन्दर्य चिर काल तिक्ने वाला और नैसर्गिक है। इसी कारण ये व्रद्धाप्काल् तक तरुण एवं तरोताजा दिखायि देते है। इस का एक और कारण भी है की कन्या राशी का स्वामि बुध है। और बुध ग्रह को बालिश अथवा अपरिपक्व की संज्ञा दि है। कन्या राशि ये प्रक्रति की सबसे लाड्ली राशि है। एक और ध्यान मे रख्नि वाली बात की इनकी सुन्दरत खानदानी होती है गर ये रोगग्रस्त हो भी जाये तो नैसर्गिक उपचार या खानपान इन्हे ज्यादा जल्दी अच्हा कर सकते है।

ज्योतिष के अध्येताओ ने ऐसा काहा है की अगर मिथुन राशी मस्ति या छेडने मे तो कन्या राशि व्याख्या करने मे महीर होती है। इन्हे समीक्षक का कार्य बडी खूबी से जमता है। ये मौसमि बदलाव से होने वाले रोगो से बहुत् जल्दी ग्रस्त हो जाते है। आप देखेंगे की आप के आस पास ऐसे कै लोग है जो अपने जोदिदारो के साथ् एवै नोक झोक या चिड चिड करते रेहने की आदत इस राशी मे भी है। इस राशी के जातको को अपने काम खुद करने मे अच्हा लगता है। या व्यक्ति जरा लोभी किस्म के, संसार्सक्त घर पर रामने वाले होते है। नये नये प्रकार के व्यन्जन को बना कर देखना इन्हे बहुत् पसंद है। एक ही जगः स्वस्थ बैठ जाये ऐसा नही हो सकता, घुम्ते रेहन इनके स्वभव् मे है।

अब आप जरा सोचे की कितने ही ऐसे व्यक्ति हमारे सम्पर्क मे आते है जो बैठे बैठे पैर हिलाना या उन्गलियो को मरोडना ऐसी किसी आदत के आदि होते है वह इसी राशी का गुण है। बहुत् ज्यादा सोच विचारने की या चिन्तित रेहने की आदत इन्हे मानसिक रोगओ की तरफ़् ले जाती है। ये शुद्धता प्रिय राशी है साधा सात्विक आहार, शुद्ध पानी, खुली हवा इन्हे बहुत् भांति है। इन्हे घुम्ने का बहुत् शौक् होता है। एक निश्चित ध्येय और जीवन की विशेष परिपाटि होती है। न्यायप्रियता मे इनकी गेह्रि आस्था होती है। स्त्री तत्व प्रधान होने के कारण उन्मे स्त्रियोचित कोमलता सहज ही पायी जाती है। ये व्यक्ती ईमान्दार् होते है यदा कदा भटक जाने के बावजूद ये पुनः इसी रास्ते पर लौट आते है।

प्रेम के क्षेत्र मे ये व्यक्ति भावुक होते है। अपना सर्वस्व देने के लिये हिचकिचाहट अनुभव नही करते। मित्रता के नाम पर ये बडे से बडा त्याग करने को प्रस्तुत हो जाते है। इस प्रकार के व्यक्ति सफ़ल् प्रेमी, सफ़ल् कवि, सफ़ल् दार्शनिक और सफ़ल् मित्र साबित हो सकते है। लेहरि किस्म के होते है।

शारीरिक वर्णन - कन्या राशी के व्यक्तियो को आप पेह्चान सकते है इनके सुनह्रे रंग रक्तता लिये गेहुए रंग भी हो सकता है। माध्यम कद, तीखे नाक नक्श, सुन्दर बनावट, उन्नत ललाट, पैनी लम्बी काली आंखे, पातला और तीखा उठा हुआ नाक, पतले पतले होंठ और उभरि हुइ ठोडि इनके व्यक्तित्व मे देखी जा सकती। ये बडे ही हंसमुख, चतुर और सफ़ल् मित्र सिद्ध् होते है।

कार्यक्षेत्र - कम्प्युटर इन्जिनीयर, सि ए, अर्किटेकचर, डोकटर, रिसर्च, पाश्चात्य भाषा, क्वालीटि कनट्रोल, बुध ग्रह का अमल वाणी पर हो ने कारण वकील पेशा, कवि, लेखक, राजनीति, लीडर इत्यादि।

शरीर पर सत्ता - कन्या राशी शारीर के भाग जैसे पेट, छोटि वा बडी आंतडि, पाचन संस्था।

सरिता कुलकर्णी

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Secret Series of Zodiac Signs - Virgo / Part 7

Virgo belongs to earth element and Triplicity female element.
Dual nature sign,
Lord - Mercury
Symbol - The young girl sitting on a boat holding a lamp in one and on other a corn.
Alphabet - P T N

In one of the most ancient books of astrology named " Saaraavali" while mentioning the forms of signs they have defined it in a Shloka....

kumbh kumbhadharo narothak mithunam veena gadaabhrunnaro
meeno minyugam dhanushch sadhanuh pashchaachriro hayah.
enaasayo makarah pradeep sahitaa kanya ch nau sansthitaa
shehso raashiganah swanaam sadrusho dhatte tula bhruttlaam..

Above is the explanation of each sign where it has been said - 'pradeep sahitaa kanya ch nau sansthitaa' means a scene where in young girl sitting on a boat and holding a lamp in a hand. Virgo in first house or considered as prime sign in the horoscope and signifies the beauty, shower er of love on nature and a business minded people. They are too much analytical by nature. You will find these people as suspicious and a negative minded. They have a habit of noticing negative side of anything first. They can easily find faults in others. Scaring or taking tension of small small things are their part of nature. Due t to this they themselves invite troubles for them because of such habit. And this cause to the suffocation in their mind and they are not able to live every moment of life. Well I must its hard to judge or read their mind.

Well Virgo persons are very brainy and intelligent. And they like to live in their own created world. Sometimes you may have noticed that these people looked so pretty and their beauty last long for long duration and it’s natural. That’s the reason virgoes look young by their age even in their old days they look youthful and fresh. One more reason behind this fact is that the lord of this sign is Mercury. And planet mercury is known as for communication, youthfulness and immaturity. Anyways this sign is the most adorable sign of nature. One more noticeable point is their beauty is hereditary. If they get victim of any disease, then natural remedy is best for them. Besides from medical treatment the homemade food items are more suitable for them.

By the way the scholars of Astrology had been said that if Gemini is known for its teasing quality then on other side Virgo are knows as for their defining quality. Because of habit of critical acclaims and analysis they can be good editors. They get affected by the changes is weather as they are very vulnerable. You must have seen that some people have an habbit of making or creating issues all the time with their loved ones.. Might be they have a habbit of taking their close people for granted. These people are little bit self cenntered, materialistic and happily wander at home. Making new dishes are their hobbies. Haaa they can sit at one place for more time. As roaming here there is in their habit.

Now just imagine how many people you have found or come in our connection who have a habit of shaking their legs or playing with fingers belongs to same sign. Don’t get surprise as this is the sign of little bit nervousness. Because of excess thinking they can lead to mental sickness or diseases related to brain. Well they like purity. Simple veggie food, pure drinks, opened fresh air are their likings. They are very fond of travelling. They have a strong and desirous ambition in their life and on time to time they step forward towards it. They like justice. Because of prominent triplicity of Female element they are delicate darlings. They are hones human beings and any time if they wandered would come back towards same motto.

In the field of Love they are too sensitive. They get ready to sacrifice everything and don’t hesitate. This type of persons may get success in poetry, philosopher, and successful lover and a friend too.

Physical Attributes – You can easily recognise Virgo persons by their attractive looks and beauty. Their goldenish wheatish complexion, medium height, sharp nose, beautiful liplines, broad forehead, long sharp eyes, thin but prominent nose and highlighted chin can be seen in their personality. They are very jolly natured and can become intelligent friend.

Area of work field: They can be computer engineer, C A, Architecture, Research, Western Languages, and Quality Control, doctors, because of Lord Mercury the field of communication, lawyer, writer, poet, leaders and politics too.

Physical parts on which Virgo sign emphasise: Stomach, small and large intestine and digestive system.

Well, let me clear one thing here this information is purely based on Indian Astrology and this is a sheer translation of it. So kindly don’t compare it with western astrology. About western astrology we will see articles in future.

Sarita S Kulkarni

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